वायुमंडल का किनारा दिखा
चीन को अपने इस महत्वाकांक्षी मिशन से कई तस्वीरें मिल चुकी हैं जिन्हें एक वीडियो में देखा जा सकता है। एक वीडियो तियानवेन-1 के स्मॉल इंजिनियरिंग सर्वे सब-सिस्टम कैमरे से लिया गया है जिसके फ्रेम में मंगल आता दिख रहा है। इसके बाद मंगल के वायुमंडल का किनारा नजर आता है। मंगल की सतह पर मौजूद गड्ढे (Crater) भी नजर आते हैं। दूसरे वीडियो में तियानवेन-1 के ट्रैकिंग ऐंटेना के मॉनिटरिंग कैमरा से ली गई तस्वीर दिखती है। इंजिनियरिंग सर्वे सब-सिस्टम में कई छोटे मॉनिटरिंग कैमरे लगे हैं। कैमरों ने हर तीन सेकंड पर आधे घंटे तक फोटो ली हैं।
कब होगा लैंड?

तियानवेन-1 पिछले साल 23 जुलाई को लॉन्च किया गया था और यह चीन का पहला स्वतंत्र मिशन है जो किसी ग्रह पर भेजा गया है। यह 202 दिन के सफर के बाद 29.5 करोड़ मील की दूरी तय करके मंगल तक पहुंचा है। इसमें एक ऑर्बिटर और एक रोवर है। माना जा रहा है कि मंगल की सतह पर लैंडिंग की कोशिश मई या जून में की जाएगी। तब तक लैंडिंग साइट Utopia Planitia की तस्वीरें ली जाएंगी और मैप तैयार किया जाएगा।
वीडियो- यूं उगता दिखा मंगल…
आसान नहीं लाल ग्रह की राह

अभी तक अमेरिका ही एकमात्र ऐसा देश है जिसने मंगल पर सफलतापूर्वक अंतरिक्ष यान उतारा है और उसने यह कमाल आठ बार किया। नासा के दो लैंडर वहां संचालित हो रहे हैं, इनसाइट और क्यूरियोसिटी। छह अन्य अंतरिक्ष यान मंगल की कक्षा से लाल ग्रह की तस्वीरें ले रहे हैं, जिनमें अमेरिका से तीन, यूरोपीय देशों से दो और भारत से एक है। मंगल ग्रह के लिए चीन ने अंतिम प्रयास रूस के सहयोग से किया था, जो 2011 में नाकाम रहा था।