हाइलाइट्स:
- गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के दिग्गज माधव सिंह सोलंकी का निधन हो गया है
- वह 94 साल के थे और चार बार गुजरात के मुख्यमंत्री रह चुके हैं, वह पूर्व विदेश मंत्री भी थे
- गुजरात में KHAM थ्योरी के जनक माने जाते थे माधव सिंह सोलंकी, हासिल की थी सत्ता
गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के दिग्गज माधव सिंह सोलंकी का निधन हो गया है। वह 94 साल के थे और चार बार गुजरात के मुख्यमंत्री रह चुके हैं। वह पूर्व विदेश मंत्री भी थे। सोलंकी KHAM थ्योरी के जनक माने जाते थे। KHAM यानी क्षत्रिय, हरिजन, आदिवासी और मुस्लिम। इसी जातिगत समीकरण के दम पर उन्होंने सत्ता हासिल की थी।
1980 के दशक में KHAM सोशल इंजीनियरिंग के जरिए गुजरात में पावर बैलेंस ने पटेल-ब्राह्मण-बनिया से ओबीसी, दलित और आदिवासी का रुख कर लिया था। सोलंकी के ओबीसी और KHAM पॉलिटिक्स के जवाब में पटेल समुदाय ने बीजेपी पर भरोसा दिखाया था।
पीएम मोदी ने जताया शोक
माधवरा सोलंकी के निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी शोक जताया है। पीएम मोदी ने ट्वीट किया, गुजरात की राजनीति में सोलंकी जी ने कई वर्षों तक अहम भूमिका निभाई। वह समाज की सेवा में आगे बढ़कर नेतृत्व करते रहे। मैंने उनके पुत्र भरत सोलंकी से बात की है और अपनी संवेदना व्यक्त की।
क्षत्रिय समुदाय से आने वाले सोलंकी पेशे से वकील थे और आणंद के नजदीक बोरसाड कस्बे में उनका जन्म हुआ था। वह 1977 में पहली बार मुख्यमंत्री नियुक्त हुए थे। इसके बाद 1980 के चुनाव में पार्टी ने उनके नेतृत्व में 182 में से 141 सीटें जीतकर प्रचंड बहुमत हासिल किया था जबकि बीजेपी को मात्र 9 सीटें मिली थीं।