फैटी लिवर होने से हृदय रोगों, हार्ट अटैक और ब्रेन स्ट्रोक का खतरा दोगुना हो जाता है। फैटी लिवर गंभीर होने पर लिवर सिरोसिस और लिवर कैंसर की आशंका रहती है।
फैटी लिवर होने से हृदय रोगों, हार्ट अटैक और ब्रेन स्ट्रोक का खतरा दोगुना हो जाता है। फैटी लिवर गंभीर होने पर लिवर सिरोसिस और लिवर कैंसर की आशंका रहती है।
लक्षण : थकान, भूख न लगना, कमजोरी, लिवर का आकार बढऩा, पेट दर्द और ध्यान की कमी। गंभीर स्थिति में पैरों में सूजन, त्वचा और आंखों में पीलापन, भ्रम की स्थिति।
क्या करें : दलिया, साबुत अनाज, छिलके वाली दालें, फलियां, ब्रोकली, प्याज और हरी सब्जियां डाइट में ज्यादा शामिल करें। खाली पेट ग्रीन टी पीने से भी आराम मिलता है। डायबिटीज को नियंत्रित रखें। रोज व्यायाम करें। लेकिन आपको कोई बीमारी है तो व्यायाम से पहले अपने डॉक्टर से इस बात की जानकारी जरूर कर लें।
क्या न करें : अल्कोहल-सिगरेट से दूरी बनाएं, ज्यादा मीठा या नमकीन खाने से बचें। नॉनवेज और डिब्बा बंद चीजों का भी परहेज करें। इनसे फैटी लिवर की समस्या न केवल बढ़ती है बल्कि समस्या होने पर इसके गंभीर होने की आशंका भी कई गुना अधिक होती है।